तमन्ना-ए-दिल रूआब हो इस कदर,
चेहरा-ए-तबस्सुम मे आब हो इस कदर।
आफताब भी खुद आकर कहे जमीं पर
बरसे तुम पर खुशी जीवन भर।
ना लफ्ज हो माँगने का दुआओं मे तेरी,
आबाद हो जाए वो जिसको दे तू दुआ हँस कर
रहमत खुदा की हो तुझ पर इस कदर।
दुआ कुबूल हो मेरी ए-दानिश
याद रहे ये सालगिरह जीवन भर
चेहरा-ए-तबस्सुम मे आब हो इस कदर।
आफताब भी खुद आकर कहे जमीं पर
बरसे तुम पर खुशी जीवन भर।
ना लफ्ज हो माँगने का दुआओं मे तेरी,
आबाद हो जाए वो जिसको दे तू दुआ हँस कर
रहमत खुदा की हो तुझ पर इस कदर।
दुआ कुबूल हो मेरी ए-दानिश
याद रहे ये सालगिरह जीवन भर